क्या आप जानते हैं, कि लिंग के कुछ कुछ खास भागों कि मालिश करके आप फुल बॉडी ऑर्गैज़म आसानी से हासिल कर सकते हैं। चलिए जानते हैं, पुरुष अंग के उन संवेदनशील भागों के बारे में।
ग्लांस और फ्रेनुलम: स्पर्श की कला
सबसे पहले बात करते हैं ग्लांस (लिंग का शीर्ष) की, जो पेनिस का सर्वाधिक संवेदनशील हिस्सा है। इसका स्पर्श एक ऐसे अनुभव को जन्म दे सकता है जो व्यक्ति को एक अलग ही दुनिया में ले जाए। फ्रेनुलम (लिंग के नीचे की लोचदार पट्टी), जो ग्लांस के नीचे एक छोटी सी पट्टी होती है, इसका स्पर्श भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यह दोनों हिस्सा मिलकर एक ऐसे राग को जन्म देते हैं जो व्यक्ति के मन और शरीर को एक साथ जोड़ देता है।
फोरस्किन और स्क्रोटम: संरक्षण और स्पर्श
अगर आप अनसर्कम्साइज्ड (खतना रहित) हैं, तो फोरस्किन (अग्रचर्म) भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका स्पर्श और खिंचाव एक अनोखा अनुभव दे सकता है। स्क्रोटम (अंडकोष थैली), यानी कि टेस्टिकल्स (वृषण) का थैला, भी स्पर्श के लिए बहुत संवेदनशील होता है। इसका हल्के हाथ से स्पर्श एक अलग ही सुख का अनुभव कराता है।
पेरिनियम: एक छुपी हुई शक्ति
पेरिनियम (मध्य भाग), यानी स्क्रोटम और गुदा (मलद्वार) के बीच का हिस्सा, एक ऐसा केंद्र है जहां से शरीर की कई छुपी हुई शक्तियों को जगाया जा सकता है। इसका स्पर्श प्रोस्टेट (अवटु ग्रंथि) को प्रेरित करता है, जो एक व्यक्ति को पूरे शरीर में सुख की लहरों का अनुभव कराता है।