एक दिन में एक आदमी कितनी बार लगातार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) कर सकता है, यह व्यक्ति पर निर्भर करता है, जैसे उसकी उम्र, शारीरिक स्वास्थ्य (फिजिकल हेल्थ), यौन उत्तेजना (सेक्सुअल अराउजल), और सहनशक्ति (स्टैमिना) पर।
आम तौर पर, ज़्यादातर लोग दिन में कई बार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) कर सकते हैं, लेकिन हर बार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) करने के बाद रिकवरी (पुनर्प्राप्ति) के लिए समय लगता है, जिसे रिफ्रैक्टरी पीरियड (अवरोधी अवधि) कहते हैं। इस दौरान शरीर को फिर से इरेक्शन (उत्तेजना) और इजैकुलेशन (वीर्य स्खलन) के लिए तैयार होने में वक्त लगता है।
युवाओं के लिए आमतौर पर 2-3 बार लगातार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) करना संभव होता है। लेकिन जैसे-जैसे दिन गुज़रता है और इजैकुलेशन (वीर्य स्खलन) बार-बार होता है, तो इरेक्शन (उत्तेजना) प्राप्त करने और फिर से इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) करने की क्षमता कम हो सकती है, और रिकवरी (पुनर्प्राप्ति) के लिए अधिक समय लग सकता है। यह अवधि कुछ मिनटों से लेकर कई घंटों तक हो सकती है।
कुछ लोग 5 या उससे अधिक बार भी दिन में इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) कर सकते हैं, लेकिन यह हर किसी के लिए सामान्य नहीं है। बहुत ज़्यादा बार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) करने से शारीरिक थकान (फिजिकल थकावट), सीमेन की मात्रा में कमी, या प्रजनन अंगों में अस्थायी असुविधा (अस्थायी असुविधा) हो सकती है।
यह ज़रूरी है कि आप अपने शरीर की सुनें और ओवरएक्सर्शन (अधिक प्रयास) से बचें, क्योंकि बार-बार इजैकुलेट (वीर्य स्खलन) करने से थकावट (फटीग) हो सकती है और स्पर्म की गुणवत्ता (वीर्य की गुणवत्ता) अस्थायी रूप से कम हो सकती है।